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ग्राम जूनापानी में चार अधिकारियों का ग्रामीणों ने जलाया पुतला

ग्राम जूनापानी में चार अधिकारियों का ग्रामीणों ने जलाया पुतला,
 अन्य स्व सहायता समूह को संचालन देने से नाराज, 6 माह से ग्रामीणों को राशन वितरण नहीं
धार। खाद्य विभाग सहित अन्य अधिकारियों की मिली भगत से अपात्र स्व सहायता समूह को उचित मूल्य दुकान का संचालन देने से विगत 6 माह से ग्रामीणों को राशन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है जिससे परेशान होकर आज आक्रोशित ग्रामीणों ने एकत्रित होकर चार अधिकारियों का पुतला जलाया।
गत जनसुनवाई में ग्राम जूनापानी के नागरिकों द्वारा ग्राम पंचायत जूनापानी में उचित मूल्य के संचालन हेतु स्थानीय स्व सहायता समूह को अपात्र घोषित अन्य को संचालन दिए जाने के विरोध में आवेदन दिया था। ग्रामीणों का कहना था कि श्री राम आजीविका स्व सहायता समूह को अपात्र घोषित कर कृष्णा आजीविका चकलिया को उचित मूल्य दुकान का संचालन दिया गया है। इस पर स्थानीय लोगों द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई, जिसमें स्पष्ट रूप से बताया गया कि कृष्णा आजीविका सहायता समूह चकलिया ग्राम पंचायत जूनापानी से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित है तथा इस समूह की महिलाओं का समय पर जूना में जाकर दुकान का संचालन किया जाना संभव नहीं है।जबकि श्री राम आजीविका स्व सहायता स्थानीय होकर सरलता से दुकान का संचालन करने हेतु सक्षम है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कृष्ण आजीविका सहायता समूह चकलिया को अवैध लाभ अर्जित करवाने हेतु स्थानीय आजीविका एनआरएलएम अधिकारी राकेश तोमर, समिति प्रबंधक शंकर मीनारे,फूड इंस्पेक्टर पैट्रिक एवं फूड कलेक्टर मिश्रा द्वारा राजनीतिक दबाव में आकर गलत तरीके से श्री राम आजीविका स्व सहायता सहायता समूह को विधि विरुद्ध अपात्र घोषित किया गया। ग्रामीणों द्वारा इस संबंध में कार्यालय सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत की गई किंतु अभी तक उनकी शिकायत दावे आपत्ति का निराकरण नहीं किया गया। जिसके कारण विगत 6 माह से ग्राम पंचायत जूनाpa में ग्रामीणों को राशन वितरण नहीं हो पा रहा है जिससे ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी के विरोध स्वरूप आज ग्रामीणों ने इन अधिकारियों का पुतला दहन किया।
उन्होंने बताया कि यह अधिकारी, वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह कर मनमानी कर रहे हैं। ताकि ग्राम से बाहर की संस्था को संचालन देकर भ्रष्टाचार और मनमानी कर सके।ग्रामीणों द्वारा उच्च अधिकारियों को कई बार मामले की जानकारी अवगत करा चुके हैं लेकिन आज दिनांक तक एनआरएलएम आजीविका, फूड विभाग की ओर से कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंच पाया जिससे मनमानी, कालाबाजारी, भ्रष्टाचार अधिकारियों द्वारा पूरे क्षेत्र में चरम पर किया जा रहा है 
ग्रामीण जनों का कहना है कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती है तो स्कूल का मध्यान्ह भजन 6 महीने से बंद है और अब बच्चों को भी स्कूल नहीं भेजेंगे जब तक निराकरण नहीं होता तब तक समस्त जवाबदारी शासन प्रशासन की रहेगी।

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