संस्कारों का निर्माण बाल्यकाल से ही होता है– श्री दिनेश तेजरा
धार नगर मे निकला ऐतिहासिक बाल पथ संचलन
✍️- ज्ञानेंद्र त्रिपाठी
धार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाल स्वयंसेवकों का पथ संचलन ऐतिहासिक और विराट रूप में निकला । यह संचलन धार के लाल बाग से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्ग से होकर कर पुनः लाल बाग परिसर मे पर समापन हुआ।
सभी स्वयंसेवक संघ की गणवेश धारण करते हुए अनुशासन के साथ कदमताल मिलाते हुए संचलन में चल रहे थे । संचलन में बाल स्वयंसेवकों की विभिन्न वाहिनियां पंक्ति के रूप में चल रही थी ।
संचलन के पूर्व मंच पर अध्यक्षता श्री उदय वडनेरकर(अधिवक्ता) ने की एवं साथ ही मंच पर जिला बाल कार्य प्रमुख कुंदन वाघेला,नगर कार्यवाह श्री गोपाल डोड आसीन हुए ।
मंचासीन अध्यक्ष ने कहा कि यह बचपन की उम्र में संघ से जुड़ना बहुत अच्छा है । ये उम्र संघ से जुड़ने के लिए एक दम सही उम्र है । वही धार विभाग प्रचारक श्री दिनेश तेजरा ने अपने व्यक्तत्व में कहा की हम अपने दैनिक दिनचर्या के माध्यम से भी राष्ट्र सेवा कर सकते हैं। हमारे सभी महापुरुष बड़े होकर राष्ट्रभक्त नहीं बने , बचपन से ही राष्ट्रभक्त थे । उन सभी के अंदर संस्कारों निर्माण बाल्यकाल से ही होने लगा था । इसी कारण वे अपने जीवन में महापुरुष कहलाए । संघ की स्थापना सन 1925 में हुई । संघ के प्रथम सरसंघचालक डॉक्टर केशवराम बलिराम हेडगेवार ने
जैसे बाल स्वयंसेवकों को लेकर शाखा लगाई और देखते ही देखते राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दुनिया का सबसे बड़े संगठन के रूप में दिखाई देता है । ये सिर्फ इसलिए संभव हो पाया क्योंकि डॉक्टर साहब बचपन से ही राष्ट्र भक्ति की भावना से ओत प्रोत थे । और अगर हम सभी को मिलकर राष्ट्र का उत्थान करना है तो प्रत्येक बाल को संघ में आना होगा । इसलिए प्रत्येक बाल को संघ के लगने वाली शाखा में आना चाहिए ताकि उसका स्वयं के जीवन में व्यक्तिगत निर्माण भी हो सकेगा और साथ ही साथ राष्ट्र कार्य में भी वो अपनी आहुति दे सकेगा।
घोष दल बना आकर्षण का केंद्र
संघ के संचलन में बजने वाला घोष सभी स्वयंसेवक को उत्साहित कर रहा था । नगरवासी भी घोष की धुन को देखकर प्रभावित नजर आए । अलग अलग प्रकार की रचनाएं स्वयंसेवक द्वारा कही दिनों के अभ्यास के बाद बहुत ही मधुर ध्वनि के साथ पूरे संचलन में एक आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी ।
20 अक्टूबर को निकलेगा तरुण व्यवसायी शाखाओं का निकलेगा बस्ती श: संचलन ।
बाल संचलन के पश्चात धार की 14 बस्तियों का अपनी अपनी बस्ती के नियत स्थान से 20 अक्टूबर को प्रातः9 बजे संचलन निकाला जाएगा । जिसको लेकर वृहद स्तर पर तैयारी की जा रही है।
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