धारनाथ बाबा पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर देंगे जनता को आशीर्वाद
कला का होगा प्रदर्शन-
इस विशाल आयोजन में झांकियां और अखाड़े के पहलवान भी अपने कला का प्रदर्शन करेंगे। नगर के प्रमुख मार्गों से यह चल समारोह गुजरेगा, जहां जगह-जगह स्वागत मंच और अन्य व्यवस्थाएं की गई है। नगर पालिका ने सफाई व्यवस्था के लिए 300 से अधिक सफाईकर्मी तैनात किए हैं जो आयोजन के दौरान सफाई का ध्यान रखेंगे।
सुरक्षा प्रबंध भी चाक-चौबंद -
आयोजन के लिए सुरक्षा प्रबंध भी चाक-चौबंद हैं। रविवार को बारिश के बीच पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया। 12 टीआई, 5 डीएसपी, और 400 से अधिक पुलिसकर्मी शहर में सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। इसके अलावा बाइक टीम और मोबाइल वैन भी तैनात की गई हैं।शहर के विभिन्न क्षेत्रों में यातायात के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं ताकि आयोजन के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। शहर में भारी माल वाहन का प्रवेश पूर्णता प्रतिबंधित किया गया है। इसमें इंदौर नाका, रतलाम नाका, मांडव नाका, एवं मतलब पूरा से भारी वाहन डाइवर्ट किए जाएंगे। केरल से धार आने वाले भारी वाहनों को मतलब पूरा कट पॉइंट से डायवर्ट किया जाएगा। वही तीन स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है जिसमें इसमें मोदी पेट्रोल पंप के सामने पुरानी नगर पालिका एवं कृषि उपज मंडी में पार्किंग व्यवस्था रहेगी।
धार के इतिहास में आयोजन का महत्व-
यह आयोजन सदियों पुरानी परंपराओं और धार्मिक आस्था का प्रतीक है। धार के इतिहास में यह आयोजन विशेष महत्व रखता है, जिसे धार के महाराज आनंदराव पवार ने शुरू किया था। यह आयोजन प्रदेश में उज्जैन के बाद धार की विख्यात सवारी के रूप में प्रसिद्ध है। धार के महाराज द्वारा भेंट की गई पालकी में भगवान धारनाथ जनता को आशीर्वाद देने और उनका हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलते हैं।
धारेश्वर महादेव मंदिर में स्थित भगवान धारनाथ का इतिहास भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना यह आयोजन। राजा भोज के समय स्थापित इस शिवलिंग की महिमा तब और बढ़ गई जब मुगल आक्रांता इस मंदिर को नुकसान पहुंचाने में असफल रहे। धार के राजवंश की परंपरा के अनुसार, सावन सोमवार की समाप्ति के बाद भगवान धारनाथ नगर भ्रमण पर निकलते हैं। इस वर्ष यह आयोजन पूर्णिमा समाप्ति के बाद दूसरे सोमवार को किया जा रहा है।
श्री धर्म स्थान रक्षक मंडल के महामंत्री के अध्यक्ष डॉ शरद विजयवर्गीय एवं महामंत्री ज्ञानेंद्र त्रिपाठी सहित समस्त पदाधिकारी ने सभी भक्त गण से अनुरोध किया है कि आज 2 सितंबर को शाम 4:00 बजे निकलने वाले धारेश्वर महादेव छबीने के पूर्व अधिक से अधिक संख्या में धारनाथ मंदिर पहुंचकर महाआरती का लाभ ले।
✍️- ज्ञानेंद्र त्रिपाठी
श्री धर्म स्थान रक्षक मंडल के तत्वाधान में आज
2 सितंबर को भगवान धारनाथ का शाही छबीना निकलेगा, जिसमें वह शाही पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे। इस समारोह में हजारों लोग शामिल होंगे। चल समारोह में 20 से अधिक झांकियां, अखाड़े और शिवडोले भी शामिल होंगे, जबकि गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया जाएगा, इस बार पुलिस बैंड द्वारा अपनी प्रस्तुति दी जाएगी जो आकर्षण का केंद्र रहेगी।
शाम 4 बजे धारेश्वर मंदिर प्रांगण में भगवान धारनाथ के पवित्र मुखौटे का पूजन और महाआरती एवं गार्ड ऑफ ऑनर पश्चात कार्यक्रम की शुरुआत होगी। मांझी समाज के युवक शाही पालकी को कंधे पर उठाकर नगर भ्रमण कराएंगे।धारनाथ बाबा के छबीने के आगे समाज बंधु सड़क पर बुहाराते हुए चलेंगे।
छबीने का यह रहेगा मार्ग-
छबीना छत्री चौराहा होते हुए हटवाड़ा,पिपली बाजार, आनंद चौपाटी, जवाहर मार्ग, धान मंडी, कश्यप भवन, बख्तावर मार्ग, मोहन टाकीज चौराहे होते हुए पुनः धानमंडी से सेनापति मार्ग भाजी बाजार, पट्ठा चौपाटी, नालछा दरवाजा, पौ चौपाटी, राजवाड़ा, महात्मा गांधी मार्ग, आनंद चौपाटी से शनि गली होते हुए देव रात्रि में धारेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी महा आरती पश्चात समापन होगा।
श्री धर्म स्थान रक्षक मंडल के तत्वाधान में आज
2 सितंबर को भगवान धारनाथ का शाही छबीना निकलेगा, जिसमें वह शाही पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे। इस समारोह में हजारों लोग शामिल होंगे। चल समारोह में 20 से अधिक झांकियां, अखाड़े और शिवडोले भी शामिल होंगे, जबकि गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया जाएगा, इस बार पुलिस बैंड द्वारा अपनी प्रस्तुति दी जाएगी जो आकर्षण का केंद्र रहेगी।
शाम 4 बजे धारेश्वर मंदिर प्रांगण में भगवान धारनाथ के पवित्र मुखौटे का पूजन और महाआरती एवं गार्ड ऑफ ऑनर पश्चात कार्यक्रम की शुरुआत होगी। मांझी समाज के युवक शाही पालकी को कंधे पर उठाकर नगर भ्रमण कराएंगे।धारनाथ बाबा के छबीने के आगे समाज बंधु सड़क पर बुहाराते हुए चलेंगे।
छबीने का यह रहेगा मार्ग-
छबीना छत्री चौराहा होते हुए हटवाड़ा,पिपली बाजार, आनंद चौपाटी, जवाहर मार्ग, धान मंडी, कश्यप भवन, बख्तावर मार्ग, मोहन टाकीज चौराहे होते हुए पुनः धानमंडी से सेनापति मार्ग भाजी बाजार, पट्ठा चौपाटी, नालछा दरवाजा, पौ चौपाटी, राजवाड़ा, महात्मा गांधी मार्ग, आनंद चौपाटी से शनि गली होते हुए देव रात्रि में धारेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी महा आरती पश्चात समापन होगा।
छबीने के एक दिन पूर्व धर्म स्थान रक्षक मंडल द्वारा पोशाक अर्पित-
छबीने के एक दिन पूर्व रविवार को धर्म स्थान रक्षक मंडल द्वारा भगवान धारनाथ बाबा को पोशाक अर्पित की गई। पुजारी अविनाश दुबे ने भगवान धारनाथ की पूजा पाठ कराते हुए आरती कर बाबा को पोशाक अर्पित की। इस अवसर पर मंडल के अध्यक्ष डा शरद विजयवर्गीय, सरक्षक द्वारका अग्रवाल, महामंत्री ज्ञानेंद्र त्रिपाठी,उपाध्यक्ष भगवानदास मालवीय, प्रवक्ता अजय मनोहर सिंह ठाकुर ,ईश्वर सिंह ठाकुर विक्की मामा,रिंकू यादव,सजन भाई, सापेक्ष गौड़,प्रखर सिंह ठाकुर,विनोद परमार,निकुंज ठाकुर आदि मौजूद रहे।
छबीने के एक दिन पूर्व रविवार को धर्म स्थान रक्षक मंडल द्वारा भगवान धारनाथ बाबा को पोशाक अर्पित की गई। पुजारी अविनाश दुबे ने भगवान धारनाथ की पूजा पाठ कराते हुए आरती कर बाबा को पोशाक अर्पित की। इस अवसर पर मंडल के अध्यक्ष डा शरद विजयवर्गीय, सरक्षक द्वारका अग्रवाल, महामंत्री ज्ञानेंद्र त्रिपाठी,उपाध्यक्ष भगवानदास मालवीय, प्रवक्ता अजय मनोहर सिंह ठाकुर ,ईश्वर सिंह ठाकुर विक्की मामा,रिंकू यादव,सजन भाई, सापेक्ष गौड़,प्रखर सिंह ठाकुर,विनोद परमार,निकुंज ठाकुर आदि मौजूद रहे।
कला का होगा प्रदर्शन-
इस विशाल आयोजन में झांकियां और अखाड़े के पहलवान भी अपने कला का प्रदर्शन करेंगे। नगर के प्रमुख मार्गों से यह चल समारोह गुजरेगा, जहां जगह-जगह स्वागत मंच और अन्य व्यवस्थाएं की गई है। नगर पालिका ने सफाई व्यवस्था के लिए 300 से अधिक सफाईकर्मी तैनात किए हैं जो आयोजन के दौरान सफाई का ध्यान रखेंगे।
सुरक्षा प्रबंध भी चाक-चौबंद -
आयोजन के लिए सुरक्षा प्रबंध भी चाक-चौबंद हैं। रविवार को बारिश के बीच पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया। 12 टीआई, 5 डीएसपी, और 400 से अधिक पुलिसकर्मी शहर में सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। इसके अलावा बाइक टीम और मोबाइल वैन भी तैनात की गई हैं।शहर के विभिन्न क्षेत्रों में यातायात के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं ताकि आयोजन के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। शहर में भारी माल वाहन का प्रवेश पूर्णता प्रतिबंधित किया गया है। इसमें इंदौर नाका, रतलाम नाका, मांडव नाका, एवं मतलब पूरा से भारी वाहन डाइवर्ट किए जाएंगे। केरल से धार आने वाले भारी वाहनों को मतलब पूरा कट पॉइंट से डायवर्ट किया जाएगा। वही तीन स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है जिसमें इसमें मोदी पेट्रोल पंप के सामने पुरानी नगर पालिका एवं कृषि उपज मंडी में पार्किंग व्यवस्था रहेगी।
धार के इतिहास में आयोजन का महत्व-
यह आयोजन सदियों पुरानी परंपराओं और धार्मिक आस्था का प्रतीक है। धार के इतिहास में यह आयोजन विशेष महत्व रखता है, जिसे धार के महाराज आनंदराव पवार ने शुरू किया था। यह आयोजन प्रदेश में उज्जैन के बाद धार की विख्यात सवारी के रूप में प्रसिद्ध है। धार के महाराज द्वारा भेंट की गई पालकी में भगवान धारनाथ जनता को आशीर्वाद देने और उनका हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलते हैं।
धारेश्वर महादेव मंदिर में स्थित भगवान धारनाथ का इतिहास भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना यह आयोजन। राजा भोज के समय स्थापित इस शिवलिंग की महिमा तब और बढ़ गई जब मुगल आक्रांता इस मंदिर को नुकसान पहुंचाने में असफल रहे। धार के राजवंश की परंपरा के अनुसार, सावन सोमवार की समाप्ति के बाद भगवान धारनाथ नगर भ्रमण पर निकलते हैं। इस वर्ष यह आयोजन पूर्णिमा समाप्ति के बाद दूसरे सोमवार को किया जा रहा है।
श्री धर्म स्थान रक्षक मंडल के महामंत्री के अध्यक्ष डॉ शरद विजयवर्गीय एवं महामंत्री ज्ञानेंद्र त्रिपाठी सहित समस्त पदाधिकारी ने सभी भक्त गण से अनुरोध किया है कि आज 2 सितंबर को शाम 4:00 बजे निकलने वाले धारेश्वर महादेव छबीने के पूर्व अधिक से अधिक संख्या में धारनाथ मंदिर पहुंचकर महाआरती का लाभ ले।
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धर्म /धार