घोेडारोज जानवर सेे पीडित सैकडों किसानों नेे एसडीएम कार्यालय का किया घेराव
एडीएम नेे विडीयो काल पर समस्या केे निदान को किसानों को दिलाया भरोेसा
बदनावर । घोेडारोेज जानवर ने फसल रौंदने सेे होेने वाले नुकसान से पीडित सैकडों किसानों ने एसडीएम कार्यालय का घेराव किया गया। घेेराव करने वाले किसानों की मांग है कि घोडारोज सेे क्षेत्र के किसानों कोे मुक्ति मिले। इस जानवर को या तो मार दिया जाए या अन्य क्षेत्र में छोेडने का काम प्र्रशासन या वन विभाग द्वारा किया जाए। किसानों की मांग पर एसडीएम दीपकसिंह चौहान ने एडीएम अश्विनी कुमार रावत से विडीयो काल के माध्यम से आनलाइन बात कराने पर मिले आश्वासन के बाद किसान लौटे। एडीएम रावत ने 17 तारीख तक मामले का निराकरण करने का आश्वासन दिया गया।
बदनावर क्षेत्र में घोडारोज जानवर का आंतक लगातार बढता जा रहा है। यह जानवर खेत में खडी फसल को रोंदने से बडी मात्रा में फसल में नुकसान होने से हजारों किसान परेषान है। घोडारोज की समस्या को लेकर पहले भी कई बार आवेदन दिए गये। परंतु कोई स्थाई हल नहीं निकाला गया। किसानों ने 5 तारीख को एसडीएम को आवेदन सौंपकर 5 दिन में समस्या का निराकरण की मांग की गयी थी। किंतु कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने पर सैकडों किसानों ने एकत्रीत होकर बुधवार को एसडीएम कार्यालय का घेराव किया गया। आक्रोषित किसानों की एक ही मांग थी कि घोडारोज जानवर की समस्या से निजात मिले। एसडीएम कार्यालय घेराव के दौरान काफी गहमा गहमी का माहोल रहा। ढाई तीन घंटे तक परिसर किसानों से खचाखच भरा रहा। किसान अपनी बात मनवाने पर उडे रहे। किसान कलेक्टर को बुलाने की मांग करने लगे।
एडीएम रावत ने किसानों को दिलाया भरोसा-
एसडीएम दीपकसिंह चौहान, तहसीलदार सत्येन्द्रंिसंह गुर्जर, नायब तहसीलदार सुनिल पडियार, टीआई दीपकसिंह चौहान मौके पर मौजुद थे। किसानों ने कलेक्टर को बुलाने की मांग पर एसडीएम चौहान ने वरिश्ठ अधिकारियों को घटनाक्रम के बारे में अवगत कराने पर एडीएम अश्विनी कुमार रावत ने किसानों से आनलाइन विडीयो काल पर कहा कि 17 तारीख तक मामले का निराकरण किया जाएगा। और वे स्वयं उपस्थित होकर किसानों से बातचीत कर घोडारोज की समस्या का निराकरण करेंगे। एडीएम ने दिए आश्वासन पर किसान माने और 17 तीरीख अंतिम चेतावनी देकर लौट गए।
घोडारोज की समस्या पर विधायक शेखावत ने लिया संज्ञान
विधायक शेखावतजी ने वन विभाग के अधिकारी से घोडारोज की समस्या पर वन विभाग अधिकारियों से संज्ञान लिया कि घोडारोज को लेकर विभाग के क्या नियम हैैं। इस पर वन विभाग के अधिकारी का कहना हैै कि धोडारोज ने जिस किसान के खेत में नुकसानी किया है इसकी लिखीत में षिकायत पटवारी से करें। पटवारी अनुविभागीय अधिकारी के समक्ष मामला रखेगा। जिस पर अनुविभागीय अधिकारी मामले की जांच कर घोडारोज से नुुकसान होने की पुष्टी कर एक किसान को दो जानवर मारने करने का आदेष दे सकते है। परंतु अब तक किसी भी क्षेत्र में यह कार्रवाई नहीं की गयी है। प्रकिया अनुसार कार्रवाई करने पर इनको मारने पर प्रकरण की प्रकिया नहीं होगी। अन्यथा घोडारोज को मारने पर मामला दर्ज हो सकता है।
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