सोनम निकली राजा रघुवंशी की हत्यारिन, हनीमून हत्याकांड का खुल गया सारा राज,भाड़े पर बुलाए हत्यारे
इंदौर से ज्ञानेंद्र त्रिपाठी
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या की गुत्थी का आखिरकार चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि राजा की पत्नी सोनम ने ही उनके कत्ल की साजिश रची थी। हत्या के बाद सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में जाकर एक ढाबे पर पहुंची और वहीं बेहोशी की हालत में मिली। बाद में उसने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।मेघालय की डीजीपी आई नोंगरंग ने बताया कि इस सनसनीखेज वारदात में शामिल सोनम के साथ ही चारों हमलावरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। उन्होंने बताया कि हत्याकांड में शामिल चार आरोपी मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं और पुलिस ने उन्हें दबोच लिया है। यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि हत्या को अंजाम देने के लिए साजिश को मेघालय जैसे दूरस्थ पर्यटन स्थल पर अंजाम दिया गया।
पिता का बयान: बेटी ने गाजीपुर में भाई से मांगी मदद
बातचीत में सोनम के पिता देवीसिंह ने बताया कि रात करीब 2 बजे उनकी बेटी सोनम गाजीपुर के एक ढाबे पर पहुंची थी। वहां उसने ढाबा संचालक से कहकर अपने भाई गोविंद को फोन कराया। इसके बाद गोविंद ने अपने एक परिचित को सोनम के पास भेजा और उनसे फोन पर बात कराई। गाजीपुर के एसपी डॉ. ईरज राजा ने बताया कि सोनम को नंदगंज क्षेत्र के ढाबे पर अचेत अवस्था में पाया गया था। चूंकि यह मामला दूसरे राज्य से संबंधित है, इसलिए संबंधित राज्य की पुलिस के आने तक गाजीपुर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
गाइड ने दी जानकारी,तीन युवकों के साथ देखा गया था दंपती को -
शिलॉन्ग के स्थानीय गाइड अल्बर्ट पैड ने दावा किया कि 23 मई को सुबह 10 बजे उन्होंने राजा और सोनम को तीन अन्य युवकों के साथ नोंग्रियात से मावलाखियात के रास्ते में देखा था। अल्बर्ट ने बताया कि वह इंदौर के इस दंपती को पहचानते हैं क्योंकि एक दिन पहले उन्होंने उन्हें ट्रेकिंग के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन दंपती ने उन्हें मना कर दिया और किसी अन्य गाइड वानसाई को साथ लिया। अल्बर्ट ने यह भी बताया कि चारों युवक आगे चल रहे थे और सोनम उनके पीछे चल रही थी। वे सभी हिंदी में बात कर रहे थे, लेकिन वह केवल खासी और अंग्रेजी जानते हैं, इसलिए बातचीत का आशय नहीं समझ सके। उन्होंने यह भी बताया कि चारों ने शिपारा होम स्टे में रात बिताई और बिना गाइड के लौट गए थे।
हत्या की रात क्या हुआ था?
22 मई को राजा और सोनम शिलांग के मावलखियात गांव पहुंचे और वहां से नोंग्रियाट गांव में मशहूर 'लिविंग रूट ब्रिज' देखने गए। दोनों ने रात एक होमस्टे में बिताई। 23 मई की सुबह 6 बजे दोनों ने होटल से चेकआउट किया और किराए की स्कूटी पर सैर के लिए निकले। इसके बाद दोनों रहस्यमय ढंग से लापता हो गए। 24 मई की रात को उनकी स्कूटी ओसारा हिल्स की पार्किंग में लावारिस हालत में मिली, जो होमस्टे से 25 किलोमीटर दूर थी। 28 मई को जंगल में दो बैग मिले, जिनकी पहचान राजा और सोनम के भाई ने की। उसी दिन वेइसाडोंग फॉल्स की एक गहरी खाई में राजा का शव बरामद हुआ, जिसके पास एक खून से सना 'दाओ' (खासी जनजाति का हथियार) और सोनम के कपड़े मिले। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने खुलासा किया कि राजा को बेरहमी से पीटा गया और चाकू से वार कर उसकी हत्या की गई।
हत्याकांड का मास्टरमाइंड सोनम का बॉयफ्रेंड राज कुशवाहा -
पुलिस जांच में सनसनीखेज खुलासा हुआ कि इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि सोनम का बॉयफ्रेंड राज कुशवाहा था। इंदौर और मेघालय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तीन आरोपियों आकाश राजपूत, विशाल चौहान,और राज कुशवाहा को इन्दौर गिरफ्तार किया गया। वही आनंद कुलमी को सागर से गिरफ्तार कया है। सूत्रों के मुताबिक, आनंद ने राजा पर पहला वार किया। फिर बाकी आरोपियों ने मिलकर पूरी वारदात को अंदाज दिया। वहीं राज ने हत्या की पूरी योजना बनाई। वह लगातार सोनम के संपर्क में था और फोन पर हत्या की हर डिटेल ले रहा था।
परिवार की मांग सीबीआई जांच हो
वहीं राजा के परिवार ने इस घटना को हादसा मानने से इनकार कर दिया। परिवार ने इंदौर में बैनर लगाकर सीबीआई जांच की मांग की, जिस पर लिखा था, "मैं मरा नहीं, मुझे मारा गया है।" मेघालय पुलिस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है, लेकिन परिवार को स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं है।
इस हत्याकांड ने कई सवाल खड़े किए हैं। क्या सोनम वाकई साजिश का हिस्सा थी, या वह भी किसी साजिश का शिकार हुई? राज कुशवाहा ने इस हत्या की योजना क्यों बनाई? शिलांग पुलिस और एसआईटी इस मामले की तह तक जाने की कोशिश में जुटी है, लेकिन इस कहानी का अंत अभी बाकी है।