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किसानों की मांग- या तो घोडारोज को मारने की परमीशन दो, या वन विभाग अन्यत्र छोडे! किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सोंपा



किसानों की मांग- या तो घोडारोज को मारने की परमीशन दो, या वन विभाग अन्यत्र छोडे!
किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सोंपा


बदनावर। क्षेत्र में किसानों की फलले बरबाद करने वाले घोडारोज जानवर को लेकर ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी दीपकसिंह चौहान को सौंपा गया। घोडारोज जिसे रोजडा भी कहते है इस जानवर के  खेत में खडी फसलों में झंुड में आकर बैठने से काफी नुकसानी होती है। तथा लोगांे की जान को भी खतरा होने लगा है। पांच दिन में समस्या हल नहीं होने पर किसानों द्वारा जेल भरो आंदोलन की चेतावनी भी दी गयी। एसडीएम दीपकसिंह चौहान ने कहा कि जो ज्ञापन मिला है उसे मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा। वहां से प्राप्त निर्देशों पर आगे कार्रवाई की जाएगी।

घोडारोज जानवर खेत में खडी फसलों को रौद कर बरबाद कर देते है। घोडारोज की समस्या को लेकर क्षेत्र के किसान शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय ज्ञापन देने पहॅुचे। किसानों ने शासन, प्रशासन के विरुध नारेबाजी की गयी। किसानों ने सौपें ज्ञापन में बताया कि घोडारोज जानवर 10 से 50 की संख्या में अलग अलग झंुड में आकर फसलों को नश्ट करते है। इसे भगाने का प्रयास करने परत खेतों में काम करने वाले मजदुर एवं किसानों पर हमला कर घायल कर देते है। कई बार इन जानवरों के कारण फोरलेन मार्ग पर बाइक सवार दुर्घटना को शिकार हो चुके है। इनके हमले से किसान भाईयों की जान को भी खतरा है। इस जानवर के हमले से कई किसान भाई को जान भी चली गयी। घोड़ारोज जारवर के हमले के भय से मजदुर खेत में काम करने आने से डरते है। हम किसानों द्वारा लंबे समय से इस समस्या के निदान हेतु ज्ञापन सोंप कर प्रशासन का ध्यान आर्कषित किया गया। परंतु ठोस कदम नहीं उठाया गया। घोडाराज जानवर की समस्या का निदान 5 दिनों में नहीं करने पर किसानों द्वारा जेल भरो आंदोलन सहीत उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की रहेगी।

ज्ञापन देने के दौरान बडी संख्या में क्षेत्र के किसान मौजुद थे। किसानों का कहना है कि या तो इन जानवरों की मारने की परमीशन मिले। या वन विभाग द्वारा इन्हे पकड कर अन्यत्र छोडने की कार्रवाई की जाए।

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