दशहरा मिलन समारोह मिलन का नहीं चिन्तन का भी है -संत गोपाल कृष्ण दास जी
धार। हिंदू उत्सव समिति के तत्वावधान में विजय स्तंभ मंदिर में दशहरा मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता संत गोपाल कृष्ण दास जी, हिंदू नेता विमल गोधा व बाबूलाल नायक मौजूद रहे । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दशहरा मिलन समारोह यहां मिलन का भी नहीं बल्कि चिंतन का भी विषय है। आज का समय हिंदुत्व के उदय का समय है हिंदुत्व उत्थान के लिए सभी को आगे आना होगा। यह दशहरा एक नई सुबह की ओर आपको भेज रहा है। हम सब एक होकर किसी कार्य को करने का प्रयत्न करेंगे तो हमें सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने कहा की धार कीभोजशाला पहले विश्वविद्यालय थी यहां पर छात्रों को पढ़ाया जाता था, मां वाग्देवी भोजशाला में विराजमान हो और विजय मंदिर में हम पूजन अर्चन कर सके इसके लिए हम सभी को एक होना होगा। आपने कहा की धार की मिट्टी ज्ञान की मिट्टी है यहां आकर व्यक्ति ज्ञानी बन जाता है।
गीत सुनील जी पांडर द्वारा लिया गया.। स्वागत उद्बोधन हिंदू उत्सव समिति अध्यक्ष बाबूलाल गेहलोद ने देते हुए विजय स्तंभ मंदिर के इतिहास की जानकारी।
इस अवसर पर समिति द्वारा धार शहर अखाड़े के पहलवान और उस्तादों का सम्मान भी किया गया जिसमें बजरंग दल झिरनिया अखाड़ा से नंदराम पहलवान परमार, मोहन पटेल, नरसिंह अखाड़ा से श्याम देवड़ा शिव पटेल, राम दल अखाडा से तोता पहलवान ,महेश प्रजापत, खेड़ापति अखाड़ा से राजेश पटेल सहित राजेश हारोड़ आदि का सम्मान किया गया।।कार्यक्रम का संचालन राजेश शुक्ला द्वारा किया गया कार्यक्रम मे बड़ी संख्या में उपस्थित बंधुओ ने भगवान श्रीराम की माहआरती एवं पूजन कर आपस में गले मिलकर एक दूसरे को विजयदशमी की शुभकामनाएं दी ।
धान मंडी चौराहे से निकली शोभायात्रा-
इसके पूर्व धानमंडी चौराहे से बैंड बाजो के साथ भगवान श्री राम की झांकी बग्घी में सजी हुई शोभायात्रा निकाली। धान मंडी से शुरू हुई शोभा यात्रा जवाहर मार्ग,आनंद चौपाटी, महात्मा गांधी, राजवाड़ा, पौ चौपाटी, गंजी खाना होते हुए विजय स्तंभ मंदिर पहुंची। यात्रा मार्ग पर अनेक स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत भी किया गया।
यह रहे मौजूद-
हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष बाबूलाल गेहलोद, अरविंद चौधरी, महेश अग्रवाल,अशोक जैन, कृष्ण लाल नागर, गोपाल शर्मा, सुरेश चंद्र जलोदिया, हेमंत दोराया, दिलीप पटोदिया, विजय सिंह राठौड़, सरदार सिंह मेड़ा, ज्ञानेंद्र त्रिपाठी, विश्वास पांडे, राजेश शक्लासं, नंदराम टांक, सुमित चौधरी, राजा भाऊ भदाने, संजय मकवाना, सहित बड़ी संख्या में समाज जन मौजूद रहे।