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महाकाल मंदिर के तर्ज पर बनेगा धारेश्वर लोक- विधायक श्रीमती वर्मा। प्रथम चरण में बनेगा 1500 क्षमता वाला सत्संग भवन

महाकाल मंदिर के तर्ज पर बनेगा धारेश्वर लोक- विधायक श्रीमती वर्मा
प्रथम चरण में बनेगा 1500 क्षमता वाला सत्संग भवन



-रिपोर्ट -ज्ञानेंद्र त्रिपाठी
धार सहित समूचे क्षेत्र की आस्था वह सांस्कृतिक पहचान के केंद्र धारनाथ मंदिर का अब धारेश्वर लोक के रूप में भव्य विकास किया जाएगा। इसको लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की सरकार ने धार विधायक श्रीमती नीना वर्मा के प्रयासों से इस परियोजना के प्रथम चरण में लगभग 3 करोड़ रुपये की लागत से 1500 व्यक्तियों की क्षमता वाला सत्संग भवन निर्मित किया जाएगा। इस निर्माण हेतु शासन से राशि स्वीकृत हो चुकी है।
      धारनाथ मंदिर परिसर में आयोजित समारोह में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने जानकारी देते  कहा कि धारनाथ मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जनभावनाओं का केंद्र भी है, और धारेश्वर लोक के रूप में इसका विकास क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को और सशक्त करेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन के अधीन इस मंदिर में मैं पदेन अध्यक्ष हूं लेकिन वास्तविक अध्यक्ष भगवान शिव है। उनसे बड़ा ब्रह्मांड में कोई नहीं है। उनके कार्यकाल में धारेश्वर लोक के निर्माण का कार्य प्रारंभ हो रहा है इसकी उन्हें बेहद खुशीहै।
     इस अवसर पर धार विधायक नीना वर्मा ने कहा कि धार की आस्था का केंद्र धारेश्वर महादेव मंदिर को उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।इसको लेकर टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। प्रथम चरण में 3 करोड़ की राशि प्राप्त हो गई है। इसका निर्माण कार्य दो चरणों में होगा।उन्होंने बताया कि लगभग 10 करोड रुपए धारेश्वर लोक की विकसित करने के लिए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने  जनता से अपील की कि वे धारेश्वर लोक निर्माण में सक्रिय रूप से सहभागी बनें और इसे जनआस्था का भव्य प्रतीक बनाने में योगदान दें।
       पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा ने कार्यक्रम में धारेश्वर लोक की विस्तृत परियोजना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह लोक आने वाले समय में पर्यटन और आध्यात्मिकता का अनोखा संगम बनेगा। उन्होंने कहा कि धारेश्वर मंदिर के साथ लोगों के राम मंदिर का प्रोजेक्ट भी बनाने की कार्य योजना प्रारंभ हो चुकी है। 
धारेश्वर लोक की प्रमुख बातें -
- धारेश्वर लोक को भगवान शिव की जलधारी के आकार में विकसित किया जाएगा। बीचों बीच प्राचीन मंदिर रहेगा।
- वही तीन आकर्षक गेट बनाए जाएंगे।
-मुख्य द्वार के सामने एक विशाल त्रिशूल लगाया जाएगा।
-यहां भगवान शिव के अवतारों की मूर्तियों को स्थापित किया जाएगा, जिसे लाइट एंड साउंड इफेक्ट के जरिए प्रस्तुत किया जाएगा।
- मंदिर के पिछले हिस्से में वाताकुलित थिएटर ऑडिटोरियम की तर्ज पर निर्माण होगा जहां सभा भजन कीर्तन योग सत्र सहित अन्य धार्मिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। वहीं इसी क्षेत्र में वार्षिक भंडारे के लिए पर्याप्त स्थान रहेगा। इसके साथ ही किचन सेट प्रसादी बनाने के लिए रहेगा तथा मंदिर पुजारी अन्य लोगों के लिए कक्षा बनाए जाएंगे।
पहले चरण में सत्संग हॉल का निर्माण लगभग साडे 22 हजार स्क्वायर फीट में विकसित होगा। जिसमें 1500 लोगों की बैठने की व्यवस्था रहेगी। वही 18000 स्क्वायर फीट का ग्राउंड फ्लोर हाल होगा, तथा साथ ही 3000 स्क्वायर फीट में धर्म गुरुओं के ठहरने के लिए कक्षा और बुनियादी सुविधाएं होंगी।

-  आयोजन में 3 डी वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से धारेश्वर लोक की संपूर्ण विकास प्रक्रिया की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष  नीलेश भारती, जिला पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी, एसडीएम राहुल गुप्ता, सीएसपी सुजावल जग्गा सहित समाजजन और अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
इस लोक की परिकल्पना धार के प्रसिद्ध आर्किटेक्ट वल्लभ अग्रवाव द्वारा की गई है।

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