भोपाल। मध्य प्रदेश में बीजेपी के जिलाध्यक्षों की घोषणा का इंतजार बेसब्री से किया जा रहा है, क्योंकि सूत्रों के मुताबिक लगभग 40 से ज्यादा नामों पर सहमति बन गई है, लेकिन कुछ बड़े जिलों में सहमति नहीं बन पाई है, लेकिन बताया जा रहा है कि बीजेपी आज रात तक जिलाध्यक्षों की पहली सूची जारी कर सकती है. क्योंकि सोमवार को भी देर रात तक प्रदेश भाजपा कार्यालय में सीनियर नेताओं के बीच मंथन किया गया जहां सीएम मोहन यादव, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद समेत संगठन चुनाव से जुड़ी टीम शामिल रही।बताया जा रहा है कि इस बैठक में 40 नामों पर सहमति बन चुकी है।
आज आ सकती है पहली लिस्ट -
दरअसल, कल देर रात तक चली बैठक के बाद जिन जिलों में सिंगल नामों पर सहमति बन चुक है, वहां बीजेपी आज रात तक नामों का ऐलान कर सकती है. क्योंकि कल ही इस बात की सुगबुगाहट हो रही थी कि बीजेपी 40 जिलाध्यक्षों की पहली सूची जारी कर सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. करीब 2 घंटे तक चली लंबी बैठक के बाद नेता वापस लौट गए लेकिन नामों का ऐलान नहीं हुआ. ऐसे में अब आज इस बात की उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी आज पहली लिस्ट जल्द ऐलान कर सकती है।
40 जिलों में बन चुकी है सहमति -
हालांकि बताया जा रहा है कि बीजेपी संगठन वाले 60 में से 40 जिलों के नामों पर सहमति बन चुकी है, ऐसे में यहां नामों के ऐलान के लिए केवल दिल्ली से आलाकमान का इंतजार किया जा रहा है. केवल 20 जिलों को लेकर मामला फंस रहा है. ऐसे में चर्चा यह भी चल रही है कि बीजेपी आधे नामों का ऐलान कर सकती है, जबकि आधे नामों का ऐलान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद कर सकती है. क्योंकि कई जिलों में सांसद और विधायकों के बीच सीधा राजनीतिक दवाब दिख रहा है. इसके अलावा अभी भी कई जिलों में कांग्रेस से बीजेपी में आने वाले नेताओं के नामों पर सहमति नहीं बनती दिख रही है.
युवा और महिलाओं को मिलेगा मौका
बताया जा रहा है कि जिन जिलों में बीजेपी के जिलाध्यक्षों के कार्यकाल को अभी एक से डेढ़ साल ही हुआ है वहां जिलाध्यक्ष रिपीट किए जा सकते हैं, इसके अलावा कम से कम 10 जिलों में महिलाओं को जिलाध्यक्ष की कमान इस बार सौंपी जा सकती है।
इन जिलों में हो रही है जोर अजमाइश-
बताया जा रहा है कि बीजेपी में बड़े जिलों में खींचतान सबसे ज्यादा देखी जा रही है. मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के प्रभाव वाले इंदौर और मंत्री राकेश सिंह के प्रभाव वाले जबलपुर में सहमति नहीं बन पा रही है. इसी तरह सागर जिले में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के अलावा सीनियर विधायक गोपाल भार्गव और भूपेंद्र सिंह के बीच मामला उलझा नजर आ रहा है. जबकि ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थकों के बीच खींचतान दिख रही है. इसके अलावा भोपाल में भी जिलाध्यक्ष को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. इसके अलावा मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के गृह जिले नरसिंहपुर में भी ऐसा ही हाल दिख रहा है. जिसके चलते जिलाध्यक्षों के ऐलान में देरी हो रही है.
15 से 20 जिलों को होल्ड करेगी बीजेपी
भाजपा ने 60 संगठनात्मक जिलों में से 40 जिले फाइनल कर दिए हैं। 15 जिलों को भाजपा होल्ड कर सकती है। सबसे अधिक चुनौती इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, नरसिंहपुर, सागर, सतना सहित अन्य जिलों को लेकर है। वहीं एक से डेढ़ साल वाले जिला अध्यक्ष रिपीट किए जा सकते हैं। इनमें युवाओं और अनुभवियों को मौका दिया जाएगा।
आधी आबादी को मिलेगी सियासी हिस्सेदारी-प्रदेश की राजनीति में भी महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने की तैयारी है। बीजेपी जिला अध्यक्ष की सूची में एक दर्जन से अधिक महिला नेत्रियों के नाम शामिल हो सकते हैं। यह भी बताया जा रहा है कि 4 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले जिला अध्यक्षों को फिर से जिम्मेदारी मिल पाना कठिन है, इनमें बड़े शहरी जिलों की कमान महिला नेत्रियों को दी जा सकती है। जिला अध्यक्षों की सूची लगभग फाइनल हो गई है। दिल्ली से स्वीकृति के बाद इसे जारी कर दिया जाएगा।
इन जिलों में भी रिपीट होने की संभावना-
रतलाम- प्रदीप उपाध्याय
मऊगंज- राजेंद्र मिश्रा
पांढुर्णा- वैशाली महाले
मैहर- कमलेश सुहाने
बड़वानी- कमलनयन इंग्ले
बुरहानपुर- मनोज माने
इंदौर ग्रामीण- चिंटू वर्मा
हरदा- राजेश वर्मा
छिंदवाड़ा- शेषराव यादव
बालाघाट- रामकिशोर कांवरे
पन्ना- बृजेंद्र मिश्रा
छतरपुर- चंद्रभान सिंह गौतम शामिल है।