धार की ऐतिहासिक धरोहर भोजशाला से विजय मंदिर हेरिटेज वाक संपन्न हुई।
-ज्ञानेंद्र त्रिपाठी
नर्मदा साहित्य मंथन के द्वितीय दिन सुबह 8 बजे साहित्य मंथन मे प्रदेश भर से पधारे साहित्य, कला, इतिहास, यूट्यूबर , ब्लॉगर , स्तंभलेखक एवं पत्रकारिता से जुड़े प्रतिभागीयो सहित शहर के गणमान्य नागरिकों ने सुबह भोजशाला के दर्शन कर इसके इतिहास को जाना, संस्कृत विश्वविद्यालय के नाम से विख्यात भोजशाला, जहा देश-विदेश से सैकड़ो विधाथी शिक्षा अध्यन के लिए आते थे। भोजशाला का निर्माण वाघ देवी के उपासक राजा भोज मे करवाया था जिन्होने संस्कृत, साहित्य, कला, वास्तुशिल्प, राजनिति, ज्योतिष जैसे अनेक विषयो पर 84 ग्रंथो की रचना की
हेरिटेज वाक का प्रारंभ भोजशाला से प्रारम्भ हो कर विजय मंदिर पर समाप्त हुई। हेरिटेज वाक मे अंतरराष्ट्रीय श्री आलोक कुमार जी (कार्यकारी अध्यक्ष विएचपी), श्री हितेश शंकरजी (पांचजन्य के प्रधान संपादक), श्री अश्विनी उपाध्याय जी ( सर्वोच्च न्यायालय के प्रसिद्ध वरिष्ठ अधिवक्ता) प्रमुख रूप से सम्मिलित हुए। इनके साथ भोजपर्व में शामिल हुए प्रतिभागीयो ने विजय मंदिर के इतिहास को जाना एवं प्रत्यक्ष जानकारी प्राप्त की।
Tags
धार